प्रेगनेंसी में खुद की देखभाल करें: इन तरीकों से रखे प्रेगनेंसी में खुद का ख्याल
प्रेगनेंसी एक ऐसा दौर होता है जिसमें प्रत्येक महिला को अपनी बहुत अधिक केयर करने की जरूरत होती है क्योंकि यह किसी भी महिला के जीवन का सबसे अहम क्षण होते हैं।
वह इस पीरियड को पूर्ण आनंद के साथ बिताना चाहती है लेकिन कई बार प्रेगनेंसी में खुद का ख्याल न रखने की वजह से महिलाओं को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
इसीलिए आज हम आपके सामने यह लेकर उपस्थित लेख लेकर उपस्थित हुए हैं जिसमें हम आपको यह बताएंगे की प्रेगनेंसी में खुद का ख्याल कैसे रखना चाहिए।
प्रेगनेंसी में स्वयं का ध्यान रखने के तरीके – (Ways to Take Care of Yourself During Pregnancy)
अब तक आपको यह बात तो स्पष्ट हो चुकी है कि हमारे इस लेख से महिलाओं को बहुत ज्यादा फायदा मिलने वाला है क्योंकि वह यह जान पाएंगी कि कैसे वह छोटी-छोटी चीजों को बदलकर प्रेगनेंसी के दौरान अपनी सेहत का खूब ख्याल रख सकती हैं।
- बहुत से लोगों द्वारा यह सलाह दी जाती है की प्रेगनेंसी के दौरान अंडा नहीं खाना चाहिए हालांकि आप कभी-कभी उबले हुए अंडे का सेवन कर सकते हैं।
- महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान पपीते और अंडे की जर्दी का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
- आधा फ्राई हुआ कच्चा मांस भी प्रेगनेंसी के दौरान नुकसान पहुंचा सकता है।
- गर्भवती महिलाओं को अपना स्वास्थ्य अच्छा बनाए रखने के लिए रात को जल्दी सो कर सुबह जल्दी उठ जाना चाहिए उन्हें ज्यादा नहीं पर थोड़ा-थोड़ा व्यायाम भी करना चाहिए।
- यदि किसी गर्भवती महिला Pregnancy के 9 month पूरे हो गए हैं और उसकी डिलीवरी का टाइम हो गया है लेकिन फिर भी उसे लेबर पेन शुरू नहीं हो रहा है तो ऐसे में उसे तुरंत डॉक्टर से सलाह लेने की आवश्यकता होती है।
- प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को यह सलाह दी जाती है कि उन्हें रीढ़ की हड्डी के बल नहीं सोना चाहिए मतलब कि उन्हें कमर के बल ही सोना चाहिए उन्हें करवट के बल ही सोना चाहिए।
- प्रेगनेंसी के दौरान सेक्स करने को लेकर डॉक्टर से विशेष रूप से सलाह ली जानी चाहिए कई डॉक्टर का कहना है कि प्रेगनेंसी की शुरुआत के 3 महीना में हफ्ते में एक बार ही सेक्स करना चाहिए लेकिन यह महिला की स्थिति को देखते हुए अलग-अलग हो सकता है।
- गर्भवती महिला को अपनी गर्भावस्था के दौरान मोबाइल और लैपटॉप का इस्तेमाल बहुत कम करना चाहिए क्योंकि इससे बच्चे की हेल्थ पर भी असर पड़ता है।
- यदि किसी महिला को शराब के साथ धूम्रपान करने की आदत है तो उसे गर्भावस्था के दौरान इन दोनों ही चीजों को छोड़ देना चाहिए क्योंकि इससे उनके और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य पर असर पड़ने की संभावना रहती है
- यदि महिलाएं अपनी प्रेगनेंसी के दौरान पाइनएप्पल यानी कि अनानास का सेवन करती है तो इससे उनका गर्भपात होने की संभावना बढ़ जाती है इसीलिए महिलाओं को यह सलाह दी जाती है कि वह गर्भावस्था के दौरान अनानास को न खाएं।
- गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं को भारी चीज उठाने से भी बचना चाहिए।
- अक्सर गर्भवती महिला को बहुत अधिक थकान होता है इसीलिए जरूरी है कि आप अपनी गर्भावस्था के दौरान पूर्ण रूप से विश्राम करें और अपने शरीर को ज्यादा कष्ट ना दे भरपूर नींद ले और अपने खाने पर भी विशेष प्रकार से ध्यान दें।
- प्रेग्नेंट महिला को यह सलाह दी जाती है कि वह डेयरी उत्पादों का सेवन ज्यादा करें जैसे कि दूध, दही, पनीर, मक्खन, घी आदि।
- किसी भी गर्भवती महिला के लिए यह बहुत जरूरी होता है कि यदि वह अपना स्वास्थ्य बेहतर बनाए रखना चाहती है तो उसे अपनी डाइट में सूखे मेवे को शामिल कर लेना चाहिए जी हां ड्राई फ्रूट्स का सेवन करना गर्भवती महिला के लिए बहुत अच्छा होता है।
- एक प्रेग्नेंट महिला के लिए अपनी डेली की डाइट में साबुत अनाज को शामिल करना बहुत जरूरी होता है साबुत अनाज शरीर को विभिन्न विटामिन के साथ बहुत से पोषक तत्व भी प्रदान करते हैं और इन सभी की जरूरत एक गर्भवती महिला को बहुत ज्यादा होती है।
इस बात को नकारा नहीं जा सकता है कि गर्भावस्था के दौरान आपको हाइड्रेटेड रहने की आवश्यकता होती है ऐसे में यदि आप जूस और फलों के रस का सेवन करते हैं तो इससे आपके एक पंत दो काम हो जाते हैं।
आपका शरीर हाइड्रेटेड भी रहेगा और आपके शरीर को बहुत से पोषक तत्व मिल जाएंगे जो बहुत से फलों में पाए जाते हैं लेकिन यदि आपको किसी फल से एलर्जी है तो उस फल का जूस न पिए।
प्रेगनेंसी से जुड़े तथ्यों की जानकरी
- नींबू से प्रेगनेंसी टेस्ट
- प्रेगनेंसी में गैस की टेबलेट
- प्रेगनेंसी में पेट टाइट होना
- जल्दी प्रेग्नेंट कैसे होते हैं
निष्कर्ष (Conclusion)
हम आशा करते हैं कि हमारे द्वारा लिखे गए इस लेख से गर्भवती महिलाओं को काफी सहायता मिली होगी और ऐसी महिलाओं को भी सहायता मिली होगी जो भविष्य में फैमिली प्लानिंग के बारे में सोच रही है।
इन तरीकों से वह प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली तकलीफों से राहत पा सकती हैं यदि आप इस लेख में अपने भी कुछ सुझाव शामिल करना चाहते हैं तो आप हम तक कमेंट सेक्शन के माध्यम से पहुंचा सकते हैं।
जैसा कि आपने बताया है इस सिरप के उपयोग से बहते हुए खून को कंट्रोल में किया जा सकता है…