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प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण: आइये जानते है कितने दिन में दिखाई देते है प्रेग्नेंसी के लक्षण

प्रेगनेंसी माँ बनने का सबसे खुशनुमा अनुभव होता है, लेकिन इस अनुभव के साथ कुछ जटिलताएं भी आती हैं। जब एक महिला गर्भवती होती है, तो उसे कुछ संकेत मिलते हैं जो उसे इस बात का अंदाजा लगाने में मदद कर सकते हैं कि वह गर्भवती हो रही है। 

इस ब्लॉग पोस्ट में, हम प्रेगनेंसी के बहुत ही पहले लक्षणों पर चर्चा करेंगे जो आमतौर पर लोगों को पता नहीं होते हैं। इन संकेतों के माध्यम से आप ये समझ सकती हैं कि आप गर्भवती हो रही हैं या नहीं। हम आपको हर संभव जानकारी देंगे जो आपको प्रेगनेंसी के बारे में जानना अच्छा लगेगा।

प्रेगनेंसी क्या होती है। – (What is Pregnancy In Hindi)

यह एक स्थिति है जब महिला के गर्भाशय में एक बालक का विकास होता है। जब महिला गर्भधारण करती है, तो उसके शरीर में कई बदलाव होते हैं जो उसके गर्भावस्था की पहचान करवाते हैं।

इसके अलावा आप यहां पर गर्भ में लड़का हो तो प्रेग्नेंसी में मिलते हैं ये संकेत के बारे में विभिन्न जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं ।

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इसके अलावा आप यहां पर 8 month pregnancy in hindi में विशेष प्रकार की आवश्यक जानकारी के बारे में अध्ययन कर सकते हैं।

इन परिवर्तनों को हिंदी में “प्रेगनेंसी” कहा जाता है। प्रेगनेंसी के दौरान, महिला के शरीर में हार्मोनल परिवर्तन होते हैं जो उसके गर्भावस्था की गति को नियंत्रित करते हैं। इसके साथ ही, उसके शरीर में फिजिकल और एमोशनल परिवर्तन भी होते हैं।

इन परिवर्तनों के कारण, महिला को शरीरिक और मानसिक रूप से सावधानी बरतनी पड़ती है। प्रेगनेंसी का एक पहला और महत्वपूर्ण लक्षण है गर्भधारण की अवधि के बाद बंद हो जाने वाली मासिक धर्म की अनुपस्थिति।

यह एक सामान्य लक्षण है, लेकिन इसके अलावा भी कई अन्य लक्षण हो सकते हैं जो प्रेगनेंसी की पहचान करने में मदद करते हैं।

ध्यान दें: Pregnancy me kaise sona chahiye

प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण – (Early Symptoms of Pregnancy In Hindi)

प्रेगनेंसी के बहुत ही पहले लक्षण के बारे में जानना बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह लक्षण सामान्यतः गर्भावस्था के संकेत होते हैं जिनको आप ध्यान से पहचान सकते हैं।

इसके साथ-साथ आप यहां पर घरेलू उपचारों की सहायता से प्रेगनेंसी टेस्ट के विभिन्न तरीकों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं जैसे की विनेगर से प्रेगनेंसी टेस्ट

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यह भी पढ़े: डिटॉल (Dettol) से प्रेगनेंसी टेस्ट

यह लक्षण हर महिला में थोड़े अलग हो सकते हैं, लेकिन इसकी पहचान आपको जानना चाहिए ताकि आप जान सकें कि आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं। प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण कुछ इस प्रकार हैं-

  • अजीब सी कमजोरी होना: प्रेगनेंसी की सबसे आम शुरुआत थकान और कमजोरी से होती है। आप 7-8 घंटे सोने के बाद भी थकान महसूस कर रहे हैं। प्रेगनेंसी के दौरान हमारे शरीर की ऊर्जा बदल जाती है इसलिए थकान महसूस होती है। 
  • जल्दी-जल्दी पेशाब आना: जब आपके पीरियड मिस होते हैं उससे पहले ही आपको बार-बार पेशाब करने की जरूरत महसूस होने लगती है। 
  • कुछ खाते रहने का मन होना या फिर खाने को चिढ़ना: प्रेगनेंसी के शुरुआत के कुछ हफ्तों के दौरान आपको कुछ-कुछ खाते रहने का मन करेगा और अगले ही पल आप खाने से दूर हो जाएंगे और कुछ खाने का मन नहीं करेगा। प्रेगनेंसी में ये भी देखा गया है कि कुछ नया खाने का मन करता है और खाने की इच्छा बढ़ जाती है। 
  • स्तनों में सूजन आना: पीरियड मिस होने के काफी दिन पहले से आपके स्थानों में दर्द, बेचैनी और भारीपन जैसी स्थिति होने लगती है। प्रेगनेंसी के बाद हमारी बॉडी में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का लेवल बढ़ जाता है जिससे स्थानों में दर्द और बेचैनी होने लगती है। 
  • बेसल बॉडी टेम्परेचर बढ़ना: प्रेगनेंसी के शुरुआत में हमारी बॉडी में बेसल बॉडी टेंपरेचर ज्यादा होने लगता है इसलिए हमारी बॉडी का तापमान बढ़ जाता है। 
  • सिर चकराना: प्रेगनेंसी में शुरुआत के लक्षणों में सिर का चकराना भी होता है। यह सिर्फ शुरू में होता है फिर धीरे-धीरे कम हो जाता है। 
  • शरीर से होने वाले डिस्चार्ज में बदलाव होना: सर्वाइकल डिस्चार्ज प्रेगनेंसी की शुरुआत का संकेत होता है और सर्वाइकल डिस्चार्ज गाढ़ा हो जाता है और तब तक रहता है जब तक पीरियड मिस ना हो जाए। 
  • ऐंठन होना: प्रेगनेंसी में ऐंठन का होना भी एक शुरुआती लक्षण है और यह महिलाओं के गर्भाशय में रक्त का बहाव बढने के कारण हो सकता है। 
  • पेट फूलना : प्रेगनेंसी का सबसे आम लक्षण है पेट फूलना या पेट में ऐंठन होना। यह सारी बातें पीरियड में होने के पहले होती है और ये प्रोजेस्टेरोन बढ़ने की वजह से होता है। 
  • मूड स्विंग: मूड स्विंग प्रेगनेंसी के बहुत ही पहले लक्षणों में से एक हो सकता है। यह एक ऐसा अनुभव हो सकता है जिसमें गर्भावस्था की प्रारंभिक दिनों में होने वाले हार्मोनल परिवर्तनों के कारण महिला का मूड अचानक बदल जाता है।
    मूड स्विंग का एक प्रमुख कारण, प्रेगनेंसी के दौरान बढ़ते हुए हार्मोन एस्ट्रोजन और प्रोगेस्टेरोन हो सकते हैं। ये हार्मोन न केवल गर्भावस्था को समर्थन करने में मदद करते हैं, बल्कि उस मात्रा में वृद्धि करते हैं जो शरीर के अंदर उपस्थित होती है।

यदि आप पीरियड्स देरी से आने की समस्या से चिंतित हैं तो जानिए 5 मिनट में पीरियड कैसे लाएं पूरी जानकारी।

नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करके आप इन सभी विषयों के बारे में बेहतर और उपयोगी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं।

निष्कर्ष – (Conclusion)

जब आप प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षणों के बारे में जानकारी रखते हैं, तो आपको इन लक्षणों के बारे में अपने चिकित्सक से बात करने के लिए प्रेरित करने का बड़ा महत्व है। जब आप समय पर चिकित्सा सलाह लेते हैं, तो आप सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपकी प्रेगनेंसी सलामत है और आप और आपके बच्चे दोनों के लिए सुरक्षित रहेंगे।

आशा है कि आपको हमारे ब्लॉग पोस्ट का आनंद आया, जहां हमने प्रेगनेंसी के बहुत ही पहले लक्षणों के बारे में विस्तार से बताया है। इस पोस्ट में हमने आपको वो सामग्री प्रदान की है जिसे आप आसानी से समझ सकें और उसे अपनी गर्भावस्था के दौरान मददगार साबित कर सकें।

हमें यकीन है कि इन लक्षणों के बारे में जागरूकता रखने से आपको प्रेगनेंसी के शुरुआती चरण को स्वस्थ और सुरक्षित बनाने में मदद मिलेगी।

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