गर्दन में दर्द क्यों होता है? गर्दन दर्द के कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक उपचार
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आपने अक्सर गर्दन के दर्द की बीमारी का नाम सुना होगा। यदि हम रात को ठीक प्रकार से नहीं सोते तो भी हमारे गर्दन में दर्द हो जाता है या फिर कई बार तो अचानक से चलते-चलते व्यक्ति की गर्दन में दर्द होने लगता है।
आज के इस लेख में हम आपके गर्दन दर्द के कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक उपचार के बारे में बताने जा रहे हैं।
गर्दन में दर्द होने के कारण – (Causes of Neck Pain)
आइए इस लेख की शुरुआत में सबसे पहले यह जानते हैं कि मनुष्य की गर्दन में दर्द होने के कारण कौन-कौन से हैं।
- फ़ाइब्रोमाइएल्जिया अक्सर गर्दन में दर्द का कारण बन जाता है।
- सर्वाइकल स्पॉन्डिलोसिस भी गर्दन दर्द का कारण बन सकता है।
- अर्थराइटिस में भी व्यक्ति को गर्दन दर्द का सामना करना पड़ सकता हैं।
- मांसपेशियों और लिगामेंट में चोट लगने के कारण भी गर्दन में दर्द होता है।
- मांसपेशियों की ऐंठन भी गर्दन दर्द का कारण बनती हैं।
- टूटी हुई या हर्नियेटेड डिस्क के कारण भी गर्दन दर्द होता है।
- सरवाइकल स्पाइनल स्टेनोसिस में भी व्यक्ति की गर्दन में दर्द होता है।
- बहुत बार दिल का दौरा पड़ने के दौरान भी गर्दन में दर्द होता है।
- हो सकता है कि आपको गर्दन में दर्द स्पाइनल ट्यूमर के कारण हो रहा हो।
- गर्दन की आर्टरी की लाइनिंग में फटन हो जाने के कारण भी गर्दन में दर्द हो जाता हैं।
- मेनिनजाइटिस के दौरान भी गर्दन में दर्द हो जाता हैं।
क्या आप जानते हैं सीने के पीछे पीठ में दर्द क्यों होता है यदि नहीं जानते तो यहां दिए हुए लिंक पर क्लिक करके इस बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी हासिल कर सकते हैं।
गर्दन में दर्द के लक्षण – (Symptoms of Neck Pain)
वैसे तो व्यक्ति को सीधे तौर से पता चल जाता है कि उसकी गर्दन में दर्द हो रहा है। लेकिन कई बार व्यक्ति को समझ नहीं आता कि उसकी गर्दन का दर्द सामान्य है या फिर उसका गर्दन दर्द किसी बीमारी को जन्म दे सकता है। इसीलिए हम आपको कुछ लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं।
- यदि आपको गर्दन दर्द के साथ बहुत अधिक सिर दर्द महसूस हो रहा है तो यह एक चिंता का विषय हो सकता है।
- अक्सर कंप्यूटर पर काम करते वक्त यह दर्द बहुत अधिक बढ़ जाता है।
- जब आप ड्राइविंग करते हैं तो भी आपको गर्दन का दर्द बहुत अधिक महसूस होने लगे तो यह एक चिंता का विषय हो सकता है।
- यदि आपको अपना सिर और गर्दन हिलाने में तकलीफ महसूस हो रही है तो यह गर्दन का दर्द हो सकता है।
- मांसपेशियों में जकड़न या ऐंठन होना भी गर्दन के दर्द का एक लक्षण हो सकता है।
इसके अलावा आप यहां पर सीने में दर्द के कारण महिलाओं में होने वाली समस्याओं को लेकर विभिन्न प्रकार की आवश्यक जानकारियां हासिल कर सकते हैं।
गर्दन के दर्द को ठीक करने का आयुर्वेदिक उपचार – (Ayurvedic Treatment to Cure Neck Pain)
अब तक हमने आपको गर्दन दर्द के कारण और लक्षण के बारे में बताया है। अब हम आपके गर्दन दर्द के कुछ आयुर्वेदिक उपचारों के बारे में बताने जा रहे हैं। जिनके माध्यम से आप गर्दन के दर्द से तुरंत छुटकारा पा सकते हैं।
- जब भी व्यक्ति किसी बीमारी का आयुर्वेदिक उपचार करने की बात करता है तो उसके दिमाग में सबसे पहले योग ही आता है। जी हां, योग अभ्यास करने से व्यक्ति बड़ी से बड़ी बीमारी से भी राहत पा सकता है। हालांकि यह थोड़ा देर से असर दिखाना शुरू करते हैं लेकिन यह बहुत लाभकारी होता है। इसीलिए यदि आपकी गर्दन में दर्द है तो आप हल्के योग अभ्यास कर सकते हैं जो कि आपके कंधे और गर्दन की अकड़न को दूर कर सके।
- आप में से बहुत कम लोग शायद बला के पौधे के बारे में जानते होंगे यह पौधा बहुत से औषधिय गुणों से भरा हुआ होता है। यदि बला के पेड़ की छाल से काढ़ा बनाकर पिया जाए तो यह आपकी मांसपेशियों को बहुत अधिक आराम पहुंचा सकता है। वहीं दूसरी ओर यदि आप बला के पेड़ की जड़ का काढ़ा बनाकर पीते हैं तो यह आपकी हाथ की जकड़न को दूर करने में मदद करेगा। यदि आप इसका इस्तेमाल गर्दन के दर्द में राहत पाने के लिए कर रहे हैं तो आपको बला की जड़ और नीम की छाल को मिलाकर काढ़ा बनाकर पीना होगा।
- अश्वगंधा के गुणों से तो आप सभी वाकिफ होंगे। अश्वगंधा को एक बहुत ही अच्छा आयुर्वेदिक उपचार माना जाता है और यह बहुत से रोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। गर्दन के दर्द से जूझ रहे लोगों को अश्वगंधा का चूर्ण खाना चाहिए इससे उन्हें राहत मिल सकती है।
आप यहां पर दिए गए इन सभी विषयों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारियां हासिल कर सकते हैं।
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निष्कर्ष – (Conclusion)
यदि आपको हमारे द्वारा गर्दन में दर्द के कारण, लक्षण और उपचार पर लिखा गया यह लेख पसंद आता है तो आप हमें कमेंट सेक्शन में अवश्य बताएं। यदि आप चाहते हैं कि हम इस लेख में कुछ और शामिल करें तो वह भी आप हमें कमेंट सेक्शन में बता सकते हैं।
हम आपको यह सलाह देना चाहते हैं कि हमारे द्वारा बताए गए किसी भी उपचार को बिना डॉक्टर की सलाह के न अपनाएं।
जैसा कि आपने बताया है इस सिरप के उपयोग से बहते हुए खून को कंट्रोल में किया जा सकता है…