हाई बीपी (ब्लड प्रेशर) तुरंत कम करने के सरल व् असरदार घरेलू उपाय
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आज हम बीपी यानी ब्लड प्रेशर कम करने से जुड़ी सभी जानकारियों के बारे में वर्णन देने वाले हैं । जानकारी देने से पहले हमें यह जानना बहुत ही जरूरी है कि बीपी क्या है और यह कम या ज्यादा क्यों होता है व तुरंत बीपी कम करने के क्या उपाय हैं । आइए समझते हैं
बीपी यानी ब्लडप्रेशर क्या है, और कैसे बढ़ता है
ब्लड-प्रेशर (blood-pressure) को आसान शब्दों में हम शरीर में रक्तसंचरण के दौरान धमनियों (arteries)और शिराओं (arteries and veins) की भित्तियों यानी दीवारों पर पड़ने वाले स्वाभाविक दबाव के रूप में समझ सकते हैं।
एक स्वस्थ व्यक्ति के लिये ब्लडप्रेशर का एक तय मानक होता है। इससे ज्यादा होने पर ब्लड-प्रेशर बढ़ा हुआ माना जाता है। और तब ब्लडप्रेशर यानी रक्तचाप के उपचार की जरूरत होती है। एक सामान्य स्वस्थ व्यक्ति का ब्लडप्रेशर 120-80 mmhg के दायरे में होता है।
हमें मालूम होना चाहिये कि खून हमारे शरीर में मूल रूप से हृदय द्वारा ‘पंप’ किया जाता है, और धमनियों के ज़रिये यह विभिन्न अंगों में पहुंचता है।
जहां से शिराओं के रास्ते खून वापस फेफड़ों व हृदय में पहुंचता है। हमारे शरीर में रक्त-संचार की यह प्रक्रिया अमूमन तब बाधित होती है, जब किसी कारणवश धमनियों की दीवार संकरी हो जाती है।
यह स्थिति अक्सर धमनियों की भीतरी दीवार पर ‘बैड-कोलेस्ट्रॉल’ की तह जम जाने से उत्पन्न होती है। ज़ाहिर है, ऐसे में हमारे हृदय पर अनावश्यक रूप से ज्यादा जोर पड़ता है, और इस तरह हमारा ब्लड-प्रेशर यानी ‘रक्तचाप’ बढ़ जाता है।
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ब्लड-प्रेशर यानी रक्तचाप बढ़ने के कारण
आजकल लोगों को ब्लड-प्रेशर बढ़ने की समस्या कुछ ज्यादा ही हो रही है, तो इसका मूल कारण है हमारी बदलती जीवन-शैली। आज के आपाधापी भरे युग में बढ़ता फास्ट-फूड का चलन इसमें अहम भूमिका निभाता है।
तले-भुने खाने का शौक भी शरीर में ‘बैड-कोलेस्ट्रॉल’ को बढ़ाने में योगदान करता है, जो अंततः ब्लड-प्रेशर बढ़ने की वजह बनता है।
नियमित व्यायाम न करना, अनुचित खानपान, कैफ़ीन, निकोटिन, शराब आदि का सेवन जैसे भौतिक कारणों के अलावा ब्लडप्रेशर बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है – मानसिक अशांति और तनाव।
दिल का दिमाग से सीधा संबंध होता है। इसलिये दिमाग जब तनावमुक्त रहता है, तो हृदय-गति बढ़ने नहीं पातीं, और ‘बीपी’ कम रहता है।
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बीपी (ब्लड-प्रेशर) ज्यादा होने के लक्षण
ब्लड-प्रेशर बढ़ने पर विभिन्न अंगों में रक्त के प्रवाह का दबाव बढ़ता है, जिसके चलते उन अंगों का पोषण और नियंत्रण भी प्रभावित हो सकता है।
मानक के तौर पर एक सामान्य स्वस्थ व्यक्ति का ब्लडप्रेशर 120-80 mmhg (systolic/ diastolic) के दायरे में होना चाहिये। इससे अधिक होने पर ब्लड-प्रेशर कम करने के उपाय करने होते हैं।
ब्लडप्रेशर बढ़ जाने पर आपको तेज सिरदर्द, थकान और तनाव, अंगों में कंपकंपी, सीने में दर्द व भारीपन, कमजोरी, हाथ-पैरों का सुन्न हो जाना, सांस चलने में परेशानी आदि लक्षण नज़र आ सकते हैं।
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बीपी बीपी (ब्लड प्रेशर) कम करने के घरेलू उपाय
यहां हम बीपी यानी ब्लड-प्रेशर कम करने के लिये कुछ कारगर घरेलू उपायों की चर्चा करेंगे। ज्ञात रहे कि इनमें से कुछ तुरंत बीपी कम करने के उपाय हैं और कुछ बीपी कम करने में समय लेते हैं।
बीपी कम करने के लिये प्राकृतिक चिकित्सा
अगर आपका ब्लड-प्रेशर बढ़ा हुआ है, और कोई उपाय नहीं सूझता, तो आप ब्लड-प्रेशर कम करने को प्राकृतिक चिकित्सा का एक प्रभावी तरीका भी आजमा सकते हैं।
इसके लिये आपको बस किसी मलमल के कपड़े को ठंडे पानी में भिगोकर उसकी पट्टी अपनी रीढ़ की हड्डी पर रखनी होगी। इस कुदरती तरीके के इस्तेमाल से ब्लडप्रेशर काबू में आ जाता है।
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ब्लडप्रेशर कम करने में लहसुन का इस्तेमाल
हम सबकी रसोई में मौजूद लहसुन उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने, यानी ब्लड-प्रेशर कम करने में बहुत फायदेमंद साबित होता है। लहसुन में ‘एलिसिन’ नामक तत्व पाया जाता है, जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है और ब्लड प्रेशर बढ़ने नहीं देता।
रोज सुबह खाली पेट लहसुन की कलियां सेवन करने से ब्लड-प्रेशर कम करने में बहुत मदद मिलती है। लहसुन के सेवन से खून कुछ पतला होता है। और सनद रहे कि ब्लडप्रेशर बढ़ने का एक बड़ा कारण खून का गाढ़ापन भी होता है।
ब्लड-प्रेशर कम करने को अलसी का प्रयोग
अलसी में पाया जाने वाला ‘अल्फा लिनोनेलिक एसिड’ कोलेस्ट्रॉल कम करने व हृदय-रोगों आदि के लिये अमृत माने जाने वाले ओमेगा-3 फैटी-एसिड्स का ही एक रूप है। ओमेगा 3 कैप्सूल्स बेनिफिट्स इन हिंदी में जानने के लिए यहां पर क्लिक करें और अधिक जानकारी प्राप्त करें।
जिसके सेवन से ब्लड-प्रेशर कम करने में काफी सहूलियत होती है। हमें कोलेस्ट्रॉल और ब्लड-प्रेशर नियंत्रित रखने के लिये अलसी के बीजों अथवा तेल का इस्तेमाल अपने आहार में जरूर शामिल करना चाहिये।
ब्लडप्रेशर कम करे लौकी का जूस
लौकी में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो हाई-ब्लडप्रेशर की समस्या दूर करने, यानी ब्लड-प्रेशर कम करने का सबसे सस्ता और बेहतरीन घरेलू उपाय है।
सुबह खाली पेट लौकी का जूस पीने से ब्लडप्रेशर नियंत्रण में बना रहता है। टेस्ट के लिये आप इसमें एक चुटकी सेंधा नमक भी मिला सकते हैं।
दालचीनी से कम करें बढ़ा हुआ ब्लड-प्रेशर
क्या आप जानते हैं कि खाने का स्वाद बढ़ाने वाली दालचीनी एक महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक औषधि भी है। उच्च रक्तचाप यानी हाई-ब्लडप्रेशर की समस्या में दालचीनी का प्रयोग बहुत मुफ़ीद रहता है, और यह ब्लड-प्रेशर कम करने में अहम भूमिका निभाता है।
दालचीनी का सेवन हम चाय में भी कर सकते हैं। इसके अलावा सुबह-शाम दालचीनी पाउडर की एक-एक चम्मच खुराक गुनगुने पानी से लेने पर ब्लड-प्रेशर नियंत्रित रखने में काफी मदद मिलती है। दालचीनी से पाचन-तंत्र संबंधित दूसरी समस्याएं भी दूर होती हैं।
कई बार प्रेगनेंसी के दौरान भी बीपी ऊपर या नीचे हो जाता है। पुष्टि के लिए आप प्रेगनेंसी के लक्षण यहां पर क्लिक करके जाने।
तरबूज के बीजों का ब्लड-प्रेशर कम करने में उपयोग
जानकारों के मुताबिक रोज खाना खाने के बाद दस से पांच ग्राम मात्रा में तरबूज के बीजों का सेवन करने से बीपी यानी ब्लड-प्रेशर नियंत्रित रहता है।
आपको बता दें तरबूज खुद ‘लाइकोपीन’ नामक एक शक्तिशाली ‘एंटी-ऑक्सीडेंट’ का अच्छा स्रोत है, जो कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की वजह से होने वाले ‘ऑक्सीडेटिव-डैमेज’ को रोकने का काम करता है।
बीपी(ब्लड-प्रेशर) कम करने में कारगर मेथी
मेथीदाने ब्लडप्रेशर कम करने में बहुत फायदेमंद हैं। दो चम्मच मेथी के दाने रात को पानी में भिगोकर रख दें, और सुबह निहार मुंह छानकर उसका सेवन करें। इस आसान घरेलू उपाय के नियमित प्रयोग से आपका ब्लडप्रेशर बढ़ने नहीं पाता।
इन आसान घरेलू आयुर्वेदिक उपायों से आप ब्लड-प्रेशर कम कर सकते हैं, अर्थात् उसे नियंत्रण में रख सकते हैं।
आपको निम्नलिखित दवाओं के बारे में भी जानकारी लेनी चाहिए
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हालांकि ब्लड-प्रेशर कम करने के इन हर्बल नुस्खों का पूरा लाभ पाने के लिये आपको धूम्रपान, शराब, कैफ़ीनयुक्त चीजें, बैड कोलेस्ट्रॉल रखने वाले खाद्य पदार्थ आदि से परहेज़ करना चाहिये।
निष्कर्ष
हमने यहां बीपी यानी ब्लड-प्रेशर कम करने के लिये कारगर कुछ आसान घरेलू उपायों की विस्तार से चर्चा की। ब्लड-प्रेशर कम करने के ये आयुर्वेदिक घरेलू नुस्ख़े सदियों से सफलतापूर्वक इस्तेमाल किये जा रहे हैं।
इसमें ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करने के कुछ ऐसे घरेलू तरीके बताए गए, जिनके लिए आपको किसी डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं होती। उम्मीद है कि आप यहां दी गई जानकारी से संतुष्ट होंगे।
यदि आपको बीपी हाई होने के पश्चात अधिक दिक्कत हो रही है तो आप घरेलू नुस्खा वह घरेलू उपाय को छोड़कर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए आप हमारे एक्सपर्ट्स से भी सलाह ले सकते हैं।
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