Menu
X
image

गठिया रोग (अर्थराइटिस) की पहचान लक्षण और उपचार। जाने गठिया बाई का रामबाण इलाज

व्यक्ति के शरीर में ऐसे बहुत से जोड़ होते हैं जो दो या दो से अधिक हड्डियों को जोड़ने का कार्य करते हैं। यदि व्यक्ति के इन जोड़ों में समस्या उत्पन्न होने लगे यानी कि यदि इनमें दर्द रहने लगे तो व्यक्ति अपने रोजमर्रा के काम करने से भी लाचार हो जाता है।

वही यदि जोड़ों के दर्द की इस समस्या को एक नाम दे दिया जाए तो वह गठिया बाई है जिसे अर्थराइटिस के नाम से भी जाना जाता है ।। आज के समय में यह एक बहुत ही आम समस्या है जो हर दूसरे व्यक्ति में पाई जाती है 

गठिया रोग की पहचान – (Diagnosis of arthritis)

इस समस्या से मात्र भारतीय ही नहीं बल्कि दूसरे देशों के लोग भी परेशान हैं। इंग्लिश में इसे आर्थराइटिस कहा जाता है। इस रोग में एक, एक से अधिक या फिर शरीर के संयुक्त जोड़ों में सूजन आ जाती है।

गठिया रोग की पहचान

वैसे यह रोग आम तौर पर वृद्धों में पाया जाता है लेकिन आज के दौर में मनुष्य की लाइफ स्टाइल और डाइट इतनी खराब हो गई है कि यह कुछ युवाओं में भी देखा जा रहा है।

पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा पाए जाने वाले इस रोग में घुटनों में दर्द और अकड़न उत्पन्न होती है। यह उन महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलता है जिनका वजन बहुत अधिक होता है।

  • गठिया बाई की शुरुआत शरीर के किसी भी जोड़ से हो सकती है और धीरे-धीरे यह पूरे शरीर के जोड़ों में भी फैल सकता है। 
  • गठिया बीमारी की सबसे बड़ी पहचान यह है कि जब भी व्यक्ति खड़ा होता है तो उसके एक या फिर एक से अधिक जोड़ों में अचानक से बहुत तेज दर्द होता है।
  • अचानक से होने वाला यह दर्द रात के वक्त ज्यादा होता है और धीरे-धीरे यह बढ़ता ही चला जाता है।

यदि आप भी पेट में गैस बनने से परेशान हैं तो जाने क्या है इसका इलाज । यहां पर हमने सांझा किया है पेट में गैस के लक्षण व इसका घरेलू उपाय । क्लिक करें और पूरी जानकारी प्राप्त करें।

गठिया बाई रोग होने के कारण – (Gathiya Bimari Rog ke Karan Hindi)

गठिया बाई होने का कोई एक निश्चित कारण नहीं है बल्कि यह बहुत से कारणों से उत्पन्न हो सकता है। इसको समझना बहुत ही आवश्यक है ।

gathiya ke lakshan

तो आइए इसके बारे में पूरी जानकारी देते हैं जिसमें हम आपको यह बताएंगे कि गठिया बाई रोग जिसे हम अर्थराइटिस के नाम से भी जानते हैं कि क्या कारण है ।

जाने एडी के दर्द का पक्का इलाज बिना किसी साइड इफेक्ट के । यहां पर क्लिक करें और पूरी जानकारी प्राप्त करेंगे कैसे एड़ी के दर्द से निजात पाया जा सकता है।

आइए हम आपको इन सभी कारणों के बारे में बताएं:-

  • मोटापे को भी गठिया बाई के एक कारण के रूप में देखा जाता है क्योंकि जब व्यक्ति का वजन बहुत ज्यादा होता है तो उसके शरीर के जोड़ अधिक वजन सहन नहीं कर पाते जिससे कि जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या बनने लगती है। 
  • यदि परिवार के किसी एक सदस्य को गठिया बाई हो गई है तो यह बहुत हद तक संभव है कि परिवार के अन्य सदस्यों को भी इस समस्या से जूझना पड़े। 
  • मानव शरीर के पतले, नर्म और लचीले टिशु के बारे में तो हम सभी जानते हैं जिसे कार्टिलेज कहा जाता है। जब व्यक्ति चलता है तो उसके शरीर के जोड़ों पर फर्क पड़ता है। ऐसे वक्त में कार्टिलेज हमारे शरीर के जोड़ों की रक्षा करता है, दरअसल यह चलने से पड़ने वाले शॉक और प्रेशर को अवशोषित कर देता है जिससे कि हमारे जोड़ों की रक्षा हो जाती है।
  • जब व्यक्ति के शरीर में कार्टिलेज की कमी हो जाती है तो वह कार्य करना कम कर देता है जिससे कि चलते वक्त हमारी हड्डियां एक दूसरे के साथ रगड़ने लगती है और यही गठिया बाई को जन्म देता है। इसी प्रकार धीरे धीरे समस्याएं उत्पन्न होने लगती है।

यदि आप बीपी की समस्या से परेशान है और आपका बीपी तुरंत बढ़ जाता है जिसे आप परेशान चल रहे हैं तो यहां पर हमने बीपी तुरंत कम ने करने के उपाय बताए हैं जिसके द्वारा आप अपने बीपी को तुरंत कंट्रोल में ला सकते हैं।

गठिया रोग के लक्षण – (Gathiya Rog ke Lakshan in Hindi)

ऊपर हमने गठिया रोग अथवा अर्थराइटिस के कारणों के बारे में पढ़ा जिसमें हमने यह जाना की गठिया अथवा अर्थराइटिस रोग होने के मुख्य कारण क्या हैअब हम एक नजर गठिया रोग के लक्षणों पर भी डालते हैं जिसमें हम यह बताएंगे कि वे क्या क्या लक्षण है जो यह सत्यापित करेंगे कि आप गठिया रोग से पीड़ित है।

गठिया रोग के लक्षण और उपाय

इसे भी पढ़े:- शरीर में माता निकलने पर क्या करें

आइए हम आपको आर्थराइटिस के लक्षणों के बारे में बताते है जो कि विभिन्न व्यक्ति में अलग अलग हो सकते है।

  • संयुक्त विकृति
  • दर्द
  • सूजन
  • कोमलता
  • लालपन
  • थकान
  • बुखार

क्या आप भी मुंह के छालों से परेशान हैं ? यदि हां तो यहां पर हमने मुंह के छाले की टेबलेट आप सभी के साथ शेयर की हैं जोकि काफी उत्तम दवाएं हैं जिनके द्वारा मुंह व जीभ के छाले उसे तुरंत निजात पा सकते हैं ।

गठिया रोग क्यों होता है? – (Why Does Arthritis Occur)

नीचे हम आपको गठिया बाई के लक्षण के बारे के बताने जा रहे है। यह भी लक्षणों की तरह अलग अलग हो सकते है।

  • उम्र के साथ मानव शरीर के जोड़ घिस जाते है इसलिए यह बढ़ती उम्र के साथ भी हो सकता है।
  • यह जींस के आधार पर भी हो सकता है।
  • जिस व्यक्ति का वजन बहुत ज्यादा होता है उसे भी यह रोग हो सकता है। क्योंकि मनुष्य के शरीर के जोड़ भारी वजन को नहीं झेल पाते।
  • किसी कीट पतंगे या बैक्टीरिया के कारण हुए संक्रमण के कारण भी हो सकता है। क्योंकि कीट पतंगे के काटने से भी व्यक्ति को सूजन हो जाती है।
  • जिस काम में बहुत अधिक वजन उठाना पड़ता है और यह काम बार-बार करना पड़ता है जो भी व्यक्ति ऐसा काम करता है उसे यह रोग जल्दी होता है।

गठिया रोग अथवा अर्थराइटिस के बहुत से लक्षण है जिनसे आप इसकी पहचान कर सकते हैं। 

  • मांसपेशियों में बार-बार दर्द होना
  • दिन प्रतिदिन वजन घटना
  • जोड़ों में दर्द की समस्या रहना
  • सुस्ती और थकान का लगातार बना रहना 
  • भूख कम लगना
  • ऊर्जा में कमी
  • बुखार का बार बार आना
  • थोड़ा सा चलने पर भी शरीर में दर्द

यह कुछ लक्षण है जिन्हें देखने से पता चलता है कि व्यक्ति गठिया रोग अथवा आर्थराइटिस से पीड़ित है। इन संकेतों को देखकर तुरंत ही किसी मेडिकल एक्सपर्ट डॉक्टर से सलाह लें व इसकी जांच करवाएं। अगर डॉक्टर इसकी पुष्टि कर देते हैं तो इनका उपाय तुरंत ही शुरू करें। आइए गठिया रोग के बारे में विस्तृत से जानते हैं।

Also read: टाइफाइड में परहेज

गठिया रोग के उपाय – (Gathiya Rog ke Upay in Hindi)

बता दें कि अभी तक गठिया रोग का ऐसा कोई इलाज नहीं आया है जिससे कि इसे पूर्णतः समाप्त किया जा सके। लेकिन यदि कोई व्यक्ति गठिया रोग अथवा अर्थराइटिस से पीड़ित है तो उसे समय पर उपचार ले लेना चाहिए।

यदि आप यह जानना चाहते हैं कि कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर क्या न खाएं तो यहां पर क्लिक करें और कोलेस्ट्रॉल के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें ।

अर्थराइटिस के लक्षण और उपचार

समय पर उपचार लेने से समस्या को बढ़ने से रोका जा सकता है और व्यक्ति के जोड़ों पर होने वाले दुष्प्रभाव को भी काफी हद तक कम किया जा सकता है।

Also read sukhi khansi ka ilaj in hindi here.

गठिया रोग स्पेशलिस्ट डॉक्टर

आई अब यह जानते हैं कि गठिया बीमारी के स्पेशलिस्ट डॉक्टर कौन से हैं। हालांकि सभी व्यक्तियों को अलग-अलग डॉक्टरों की दवा लेने से आराम होता है लेकिन गठिया बीमारी के स्पेशलिस्ट डॉक्टर रुमेटोलॉजिस्ट है।

ऑपरेशन द्वारा गठिया रोग अथवा अर्थराइटिस का इलाज

कई बार गठिया रोग अथवा अर्थराइटिस के लक्षण इस हद तक पहुंच जाते हैं कि इन्हें सहन करना मुमकिन नहीं हो पाता। मरीज का दर्द असहनीय बढ़ता ही जाता है। ऐसे वक्त में डॉक्टर मरीज को सर्जरी की सलाह देते हैं।

इस वक्त में सबसे ज्यादा होने वाली सर्जरी है घुटना प्रत्यारोपण सर्जरी। इस सर्जरी में मनुष्य के खराब जोड़ को निकाल कर उसकी जगह पर नया कृत्रिम जोड़ लगा दिया जाता है।

हालांकि यह जोड़ बिल्कुल असली जोड़ की तरह ही कार्य करता है। इस सर्जरी के बाद गठिया रोग से पीड़ित मनुष्य को दर्द में काफी राहत मिलती है और वह चलने फिरने में भी सक्षम हो जाता है।

हम आपको एक नजर यह पढ़ने की सलाह भी देंगे:- क्वाशिओरकोर

दवाई द्वारा गठिया रोग अथवा अर्थराइटिस का इलाज 

जब गठिया रोग को शुरुआती लक्षणों में ही पकड़ लिया जाता है तब डॉक्टर हमें विभिन्न प्रकार की दवाईयां देते हैं। साथ ही मरीज को व्यायाम करने की सलाह भी दी जाती है। 

आर्थराइटिस के उपचार

अब जब हम गठिया बीमारी के बारे में बहुत सी बातें जान चुके हैं तो हमारे लिए यह जानना भी जरूरी हो जाता है कि इसका उपचार क्या है? 

फिजियोथैरेपी को अर्थराइटिस के उपचार का सबसे अच्छा तरीका माना गया है। क्योंकि बहुत से लोग फिजियोथैरेपी को बस मशीनों पर एक्सरसाइज तक ही जानते हैं लेकिन इसमें तैराकी आदि भी शामिल है। इसीलिए फिजियोथैरेपी कर आप अर्थराइटिस का उपचार कर सकते हैं

गठिया रोग से बचाव – Gathiya Rog se Bachav in Hindi

अगर बीमारी का समय रहते इलाज कर लिया जाए तो एक स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है। और यदि अगर किसी बीमारी को हो नहीं ना दिया जाए तो एक कारगर स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है।

gathiya rog se bachaav

अतः गठिया रोग होने से बचाव के लिए निम्नलिखित तरीके आप अपना सकते हैं ।

  • आज के लाइफस्टाइल में भी जो व्यक्ति संतुलित आहार लेता है और अपनी डाइट का विशेष ध्यान रखना है वह गठिया रोग से बचा रहता है। 
  • यदि आप अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखते हैं और दिन में तीन से चार लीटर पानी पीते हैं तो भी गठिया रोग से बचा जा सकता है।
  • विटामिन सी से युक्त फलों का सेवन करने से भी गठिया रोग से बचा जा सकता है। जैसे की मौसमी, संतरा, अनानास आदि।
  • जामुन, पालक, ब्रोकली, टमाटर और कद्दू जैसी चीजें भी गठिया रोग में कामगार साबित होती है।

हम चाहते हैं कि आप यहां पर दिए हो इन सभी विषयों के बारे में उच्चतम स्तर की जानकारी हासिल करें।

निष्कर्ष – (Conclusion)

आज के इस लेख में हमने गठिया रोग के लक्षण, इलाज गठिया रोग क्या है और इससे बचाव के तरीके जाने। यदि आपको गठिया का कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। याद रहे गठिया का कोई निश्चित उपाय अब तक नहीं मिल पाया है।

Back To Home

Just Posted


Recent Comments


Latest Hospital

Recently Joined
August 4, 2023
September 25, 2023

PlanMyMedical

Choose the BEST from the BEST when it comes to your health. We at PlanMyMedical.com help you to choose from the best hospital & doctors in india, getting any medical test and in any kind of medical treatment.

Contact Info

© Copyright 2024 PlanMyMedical. All rights reserved.