सांस लेने में तकलीफ के लक्षण, कारण और इलाज से जुड़ी संपूर्ण जानकारी
Tablet of Contents
सांस की बीमारी मनुष्य के लिए बहुत घातक साबित हो सकती है। कई बार सांस की बीमारी के कारण मनुष्य की जान तक चली जाती है। इस समस्या को सांस फूलना या सांस चढ़ना भी कहा जाता है।
कई बार यह समस्या आम होती है तो कई बार किसी बड़ी बीमारी का रूप ले लेती है। आज के इस लेख में हम आपको इस बीमारी के लक्षण, कारण और इलाज के बारे में बताने जा रहे हैं।
सांस लेने में दिक्कत के लक्षण – (Symptoms of Breathing Problems In Hindi)
बहुत से विशेष मामलों में ही व्यक्ति को सांस लेने की दिक्कत होती है। यह सभी मामले बहुत ही आम होते हैं। लेकिन यदि इन कुछ आम मामलों के अलावा व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो यह गंभीर श्वास बीमारी की ओर एक इशारा हो सकता है।
आइए आज के इस लेख में हम आपको श्वास बीमारियों से संबंधित इन्हीं लक्षणों के बारे में बताते हैं।
इसके अलावा आप यहां पर दिए हुए लिंक पर क्लिक करके महिलाओं के पैरों में दर्द के विभिन्न उपचारों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- यदि व्यक्ति की छाती में चोट लग गई हो तो।
- व्याकुलता भी बहुत बार सांस लेने में दिक्कत को जन्म देती है।
- वहम भी सांस की समस्या का एक कारण हो सकता है।
- यदि व्यक्ति की छाती में लगातार दर्द बना हुआ है तो।
- बहुत बार मनुष्य थकान के कारण भी सांस की समस्या का सामना करता है। जब वह कोई चढ़ाई करता है या बहुत अधिक चलता है तो इससे उसकी सांस फूलने लगती है।
- यदि इंसान के फेफड़ों में सूजन है तो भी उसे सांस की समस्या हो सकती है।
- सीने में उपस्थित गुहिका के ऊतिका में सूजन पर भी यह समस्या उत्पन्न हो सकती हैं।
- यदि व्यक्ति के सांस लेते वक्त छाती से बहुत तेज आवाज सुनाई दे रही है तो समझ जाए कि उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है।
- यदि व्यक्ति की त्वचा का रंग नीले रंग का हो गया है तो भी उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है।
- यदि व्यक्ति को लगातार चक्कर आ रहे हैं यह भी सांस लेने में दिक्कत का ही लक्षण है।
- यदि व्यक्ति की गर्दन में अचानक तेज दर्द हो रहा है तो
- दिल की धड़कन अचानक तेज हो जाना
- यदि आपको फेफड़ों और गले में समस्या उत्पन्न हो रही है तो
यह भी पढ़े: सिर दर्द का पक्का इलाज
सांस लेने में तकलीफ के कारण – (Due to Difficulty In Breathing in Hindi)
वैसे तो इस समस्या के बहुत से कारण हो सकते हैं। अधिकतर मामलों में इस समस्या का कारण हृदय का रोग होता है। इसका कारण यह होता है कि जब व्यक्ति हृदय रोग से ग्रसित होता है तो उसका हृदय शरीर को ऑक्सीजन ठीक से नहीं पहुंचा पाता।
जब मानव शरीर के मस्तिष्क, मांसपेशियों और शरीर के अन्य अंगों को ऑक्सीजन ठीक से नहीं मिलती तो वह कार्य करना बंद कर देती है।
मतलब वह ठीक से कार्य नहीं कर पाती और मानव को सांस की समस्या पैदा होने लगती है।इसके अलावा इस समस्या के अन्य कारण हम आपको नीचे बता रहें हैं।
इसके साथ-साथ आप यहां पर तुरंत बीपी कम करने के उपाय भी जान सकते हैं।
- नाक में कोई छोटी वस्तु अटक जाने से
- मुंह में कोई छोटी वस्तु अटक जाने से
- यदि सांस लेते वक्त कोई वस्तु अंदर चली जाएं तो
- गलती से सिक्के या टॉफी जैसी वस्तु निगल ली जाएं तो
- बहुत अधिक धुएं में सांस लेने से
- यदि श्वास नली की दीवार क्षतिग्रस्त हो जाएं तो
- यदि किसी व्यक्ति को अस्थमा की समस्या है और वह जल्दी जल्दी सांसे ले रहा है तो यह भी सांस की बीमारी का एक कारण हो सकता हैं।
- श्वास नली में सूजन भी सांस लेने में समस्या का एक कारण है।
ध्यान दें: जांघ में दर्द का घरेलू इलाज
सांस लेने में दिक्कत की समस्या से बचाव के तरीके – (Ways to Prevent Breathing Problems in Hindi)
ऐसे बहुत से तरीके है जिनसे आप सांस की बीमारी से बच सकते है। आप यहां पर सांस की बीमारी से बचने के लिए विभिन्न प्रकार के तरीकों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
यदि आप गैस की समस्या से परेशान हैं और जानना चाहते हैं पेट में गैस के लक्षण के बारे में दिए हुए लिंक पर क्लिक करें और जानिए विस्तार सहित पूरी जानकारी।
- यदि आप या आपके आसपास कोई भी व्यक्ति पैनिक अटैक जैसा महसूस करता है तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
- यदि व्यक्ति नियमित रूप से व्यायाम और अभ्यास करता है तो भी वह सांस की बीमारी से दूर रह सकता है।
- कपालभाति भी इस समस्या में अच्छा उपाय साबित होती है।
- आप इस समस्या से बचने के लिए प्राणायाम भी कर सकते है।
- अनुलोम विलोम करने से भी इस समस्या में राहत मिलेगी
- धूम्रपान और शराब के सेवन से दूर रहे।
- ऐसी गतिविधियों से दूरी बना ले जिनसे सांस की समस्या उत्पन्न होने का खतरा है।
- ऐसी जगह पर न जाएं जहां पर अत्यधिक धुआं हो।
- भीड़भाड़ वाली जगह पर न जाएं।
शायद हमारे द्वारा नीचे दिए हुए सभी विषयों के बारे में पढ़कर आपको अच्छी जानकारी प्राप्त हो सके।
- चिकन पॉक्स में क्या करे
- बीपी लो कैसे ठीक होता है
- गले में कफ चिपकना
- टाइफाइड में परहेज
- एड़ी के दर्द का पक्का इलाज
निष्कर्ष – (Conclusion)
इस लेख के माध्यम से हमने आपको सांस की समस्या से जुड़ी सभी जानकारी उपलब्ध करवाई है। यदि आपके ऊपर दिए गए लक्षणों में से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
हालांकि यदि आप सांस की बीमारी से जुड़े हुए बचाव पहले से ही करते हैं तो आपको यह दिक्कत नहीं है। हमेशा याद रहे बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा नहीं ले।
फेफड़ों में हुए इन्फेक्शन की समस्या से छुटकारा पाने के लिए क्या इस दवा को हम सीधे तौर पर जाकर…