ओफ्लोक्सासिन टेबलेट (Ofloxacin Tablet) के उपयोग, फायदे, नुक्सान, खुराक व् पूरी जानकारी
Tablet of Contents
- 1 Ofloxacin Tablet in Hindi – ओफ्लोक्सासिन के बारे में जानकारी
- 2 Ofloxacin Work in Hindi – ओफ्लोक्सासिन काम कैसे करता है।
- 3 ओफ्लोक्सासिन (Ofloxacin Uses in Hindi) के उपयोग
- 4 ओफ्लोक्सासिन (Ofloxacin Side Effects in Hindi) के नुकसान
- 5 ओफ्लाक्सासिन का उपयोग कब नहीं करना चाहिए – When should ofloxacin not be Used
- 6 निष्कर्ष – (Conclusion)
- 7 ऑफलोक्सासिन से जुड़े सामान्य सवाल – FAQs on Ofloxacin in Hindi
- 7.1 प्रशन: क्या ऑफलोक्सासिन के सेवन से किसी प्रकार का नशा होता है?
- 7.2 प्रशन: अगर मरीज नें शराब पी रखी हो और ऐसे में उसे ऑफलोक्सासिन का सेवन करना हो तो क्या राय है?
- 7.3 प्रशन: क्या ऑफलोक्सासिन के सेवन करते वक़्त हमें किसी भी विशेष खाद्य पदार्थ के सेवन का परहेज करना चाहिए?
- 7.4 प्रशन: क्या प्रेग्नेंसी के दौरान ऑफलोक्सासिन का सेवन कर सकते हैं?
कई बार डॉक्टरों द्वारा लिखी गई दवाओं में से एक दवा Ofloxacin भी होती है । आज हम इस आर्टिकल के through Ofloxacin के बारे में डिटेल में जानेंगे, की Ofloxacin कैसे काम करता है, Ofloxacin का उपयोग क्या है, Ofloxacin का सामान्य dose क्या है, Ofloxacin के फायदे, साइड इफेक्ट क्या है ।
Ofloxacin Tablet in Hindi – ओफ्लोक्सासिन के बारे में जानकारी
ओफ्लोक्सासिन (Ofloxacin) दवा फ्लोरोक्विनोलोन ग्रुप से संबंधित एक एंटीबायोटिक दवा है, जो बेक्टीरिया के multiplication को रोकती है। प्रायः ओफ्लोक्सासिन को बैक्टीरियल इन्फेक्शन के दौरान इस्तेमाल किया जाता है।
जैसे कि इन्फेक्शन वाली दस्त, क्रोनिक ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, ट्यूबरक्लोसिस, गोनोरिया, क्लैमाइडिया, एंथ्रेक्स और प्लेग।
Ofloxacin Work in Hindi – ओफ्लोक्सासिन काम कैसे करता है।
Bacterial infection दो तरह के होते हैं gram positive and gram negative, ओफ्लोक्सासिन (Ofloxacin) gram -Ve और gram +Ve दोनो ही प्रकार के bacteria से लड़ती है।
Ofloxacin बैक्टीरिया के cell division process को रोकती है। जिससे बैक्टीरिया का growth और multiplication रुक जाता है और बैक्टीरिया मर जाता है। इस तरह से Ofloxacin bacterial infection के दौरान राहत दिलाता है।
नोट – यदि आप स्वसन तंत्र या गुप्तांग से संबंधित संक्रमण से परेशान हैं तो आपको मेट्रोनिडाजोल टेबलेट के बारे में जानकारी अवश्य लेनी चाहिए।
ओफ्लोक्सासिन (Ofloxacin Uses in Hindi) के उपयोग
यह लेख एक दवाई के बारे में लिखा गया है। जो आपको बहुत ही आसानी से उपलब्ध हो जाएगी और जिसका उपयोग आप एक से अधिक रोगों से मुक्ति पाने के लिए कर सकते हैं।
इस दवाई को उपयोग करना भी बहुत ही आसान होगा और डॉक्टर भी बहुत से रोगों के इलाज के लिए इस दवा को लेने की सलाह देते हैं।
ओफ़्लॉक्सासिन को लीजियोनिएरेस (फेफड़ों का इन्फेक्शन), कुछ sexual transmitted disease, bone और जॉइंट इन्फेक्शन, पेट और इंटेस्टाइन का इन्फेक्शन जैसे प्रॉब्लम के दौरान ट्रीटमेंट के लिए उपयोग किया जाता है।
कई बार हवा में घूम रहे एंथ्रेक्स या प्लेग के बैक्टीरिया के कॉन्टेक्ट में आने की वजह से किसी को इन्फेक्शन हो जाता है तब ऐसे कंडीशन में ओफ़्लॉक्सासिन (ofloxacin) का इस्तेमाल किया जाता है।
कई मर्तबा यात्रियों को यात्रा के दौरान दस्त की शिकायत होती है, ऐसे cases में भी ट्रीटमेंट या रोकथाम के लिए ओफ़्लॉक्सासिन (ofloxacin) का उपयोग किया जाता है।
इसके अलावा ओफ्लोक्सासिन (Ofloxacin) को पाइलोनेफ्रिटिस (Pyelonephritis), ब्रोंकाइटिस (Bronchitis), निमोनिया (Pneumonia), सिस्टाइटिस (Cystitis), प्रोस्टेटाइटिस (Prostatitis), के ट्रीटमेंट में इस्तेमाल किया जाता है।
यदि आप अल्बेंडाजोल टेबलेट इन हिंदी में इंटरेस्टेड हैं तो यहां पर पढ़ें। यहां पर हमने एल्बेंडाजोल दवा के बारे में डिटेल में सब कुछ बताया है
ओफ्लोक्सासिन दवा के उपयोग से विभिन्न प्रकार के रोगों से छुटकारा – ( Relief from various types of diseases by the use of Ofloxacin Tablet In Hindi)
यह भी एक ऐसी दवाई है जो की बाजार में आसानी से उपलब्ध हो जाती है और इसका एक उपयोग भी एक से अधिक रोगों से मुक्ति पाने के लिए किया जाता है। आइए इन सभी रोगों के बारे में जानते हैं।
- टाइफाइड के दौरान दी जाती है।
- कानों में इंफेक्शन के समय में भी ले सकते है।
- यूरिनल इन्फेक्शन के दौरान लाभकारी साबित होती है।
- किसी भी प्रकार के बैक्टिरियल संक्रमण के दौरान इसका इस्तेमाल अच्छा होता है।
- आंखों के संक्रमण के लिए भी इस्तेमाल की जाती है।
- कान के बाहरी हिस्से में संक्रमण हुआ हो तो भी इस दवाई को लेने की सलाह दी जाती है।
- किसी व्यक्ति को स्किन इन्फेक्शन हुआ हो तो वह इस दवाई को ले सकता है।
- ब्रोंकाइटिस के दौरान इस दवाई को लिया जा सकता है।
- कान बजने की स्थिति में भी लिया जाता है।
- बहरेपन के लिए भी फायदेमंद साबित होती है।
- पेल्विक इन्फ्लेमेटरी डिजीज के दौरान भी इस्तेमाल की जाती हैं।
- प्रोस्टेटाइटिस के दौरान भी ले सकते हैं।
- कान में दर्द के इलाज के लिए भी यह दवा लाभकारी साबित होती है।
- इस दवाई का उपयोग फेफड़े के रोग यानी कि निमोनिया से बचने के लिए भी किया जा सकता है।
- साइनस के इलाज के लिए भी इस दवाई का इस्तेमाल किया जा सकता है।
जब तक हम ओफ़्लॉक्सासिन ले रहे होते हैं हमें यह कोशिश करनी चाहिए की ओफ़्लॉक्सासिन लेनें के दौरान रोज हम खूब पानी पिएं या फिर अन्य किसी तरह की liquid items का सेवन करें।
हमें बेवजह बिना जानकारी के ओफ़्लॉक्सासिन या किसी भी तरह के अन्य एंटीबायोटिक का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इससे हमारे बॉडी में उस एंटीबायोटिक के प्रति resistance पैदा हो जाता है।
और जब हम गंभीर बिमारियों के दौरान उन एंटीबायोटिक का सेवन करते हैं। तब हमारे बॉडी में उन एंटीबायोटिक के प्रति resistance होने की वजह से वह एंटीबायोटिक उस वक़्त हमारे शरीर पर प्रभावशाली तरिके से काम नहीं करता।
इसलिए जब कभी भी आपको किसी तरह की मेडिसिन का सेवन करना हो तो नजदीकी संबंध संपर्क के फार्मासिस्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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वैसे तो ofloxacin के doses अलग अलग बिमारियों में अलग अलग होते हैं, इसके साथ ही इसका डोज इस पर भी निर्भर करता है की bacterial इन्फेक्शन की कंडीशन क्या है, पेशेंट का उम्र कितना है, और दवा को किस रूप में लिया जा रहा है।
इसलिए ofloxacin या किसी भी प्रकार की अलौपैथिक दवा लेने से पहले हमें एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
हम यहां कुछ बिमारियों में ofloxacin के सामान्य doses दर्शा रहे हैं। जैसे की स्किन इन्फेक्शन में ofloxacin की 400 mg का टैबलेट दिन में दो बार खाना खाने के बाद दस दिनों तक लेनी चाहिए, वहीं 13 से 18 वर्ष के teen age के लिए टाइफाइड की बीमारी में 300 mg का टैबलेट खाने के बाद दिन में दो बार लेना चाहिए।
टैबलेट फॉर्म मे ओफ़्लॉक्सासिन ofloxacin की दवा 200,300 और 400 mg के strength में उपलब्ध होती है।
आमतौर पर ओफ्लोक्सासिन (Ofloxacin) tablet या capsule के रूप में या फिर suspension/syrup के रूप में या injection के रूप में या फिर oral या eye drop के रूप में उपलब्ध होता है।
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ओफ्लोक्सासिन (Ofloxacin Side Effects in Hindi) के नुकसान
Ofloxacin के side इफ़ेक्ट होने से कभी कभी पेट के निचले हिस्से में दर्द (Abdominal Pain) होने लगता है , कभी जोड़ो में दर्द (Joint Pain) की शिकायत भी देखी जाती है।
Ofloxacin के उपयोग से मल के कलर में परिवर्तन भी देखा जाता है-जैसे की मल का काला होना, पर इसमें डरने की कोई बात नहीं बल्कि इसके सेवन से यह लक्षण आना कॉमन सी बात होती है।
कभी यह भी देखा जाता है की कई मरीज ofloxacin का सेवन करने के उपरांत सीने में दर्द (Chest Pain) की शिकायत करते हैं, वहीं कई बार कुछ लोग सिरदर्द (Headache) की शिकायत करते भी पाए जाते हैं,
इसका जब तक सेवन किया जा रहा है तब तक हो सकता है आपको कभी नींद ना आये, कभी तो इसके सेवन से मरीजों द्वारा चक्कर आनें (Dizziness) की शिकायत भी की जाती है,
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इसके अलावा भी कुछ लक्षण हैं जो इसके सेवन से किसी किसी में होते हैं जैसे की
- थकान (Fatigue),
- घबराना (Nervousness),
- बुखार (फीवर) (Fever),
- दर्द (Pain),
- दस्त (Diarrhoea),
- उल्टी (Vomiting),
- पेट फूलना (Flatulence),
- भूख की कमी (Decreased Appetite),
- शुष्क आँखें (Dry Eyes),
- एडिमा(सूजन) (Edema (Swelling)),
- घबराहट (Anxiety),
- अवसाद (Depression)
ऐसा नहीं की सभी मरीजों में सभी तरह के लक्षण पनप जाते हैं। बल्कि बहुत ही रेयर cases में ऐसा देखा जाता है की ofloxacin के सेवन से मरीजों में इनमें से कोई लक्षण नजर आ जाते हों
कई बार ओफ़्लॉक्सासिन लेने के दौरान टेंडिनिटिस या टेंडन टूटनें की प्रॉब्लम नजर आती है। और टेंडन टूटने की इस प्रॉब्लम की वजह से कई महीनों ofloxacin का सेवन करने वाले मरीज के कंधे, हाथ, टखने के पीछे या शरीर के अन्य हिस्सों में टेंडन को प्रभावित कर सकती हैं।
ओफ़्लॉक्सासिन ofloxacin के ओवरडोज़ से घड़बडाहट, बेचैनी, कंफ्यूजन, चक्कर आना, इत्यादि symptoms देखे जा सकते हैं।
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ओफ्लाक्सासिन का उपयोग कब नहीं करना चाहिए – When should ofloxacin not be Used
जिनको ऑफलोक्सासिन या किसी अन्य क्विनोलोन फैमिली के दवाओं से एलर्जी हो उन्हें ऑफलोक्सासिन का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
इसके अलावा ऐसे मरीज जो
- किडनी प्रॉब्लम से जूझ रहे हों
- डायलिसिस करवा रहे हों,
- जिनको लिवर की प्रॉब्लम हो,
- जिन्हे मिर्गी की तकलीफ हो,
- जिन्हे nervous system से संबंधित कोई तकलीफ हो,
- जिन्हे हृदय से जुडी कोई समस्या हो,
- जो thyroid की प्रॉब्लम से जूझ रहे हों
ऐसे लोगों को ऑफलोक्सासिन ofloxacin का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
यहां पर दी हुई इन सभी दवाइयां के बारे में बेहतर जानकारियां हासिल कर सकते हैं।
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निष्कर्ष – (Conclusion)
किसी भी प्रकार की दवा को लेने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह अवश्य ले। हम इस लेख में बताई गई दवा के इस्तेमाल की कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।
अतः हमारे लिखे इस लेख को एक चिकित्सीय सलाह के रूप में ना देखा जाए।
ऑफलोक्सासिन से जुड़े सामान्य सवाल – FAQs on Ofloxacin in Hindi
प्रशन: क्या ऑफलोक्सासिन के सेवन से किसी प्रकार का नशा होता है?
उत्तर: अब तक ऐसा कोई रिपोर्ट नहीं जो इस बात की पुष्ठी करे की ऑफलोक्सासिन के सेवन से मरीज को नशा हुआ हो।
प्रशन: अगर मरीज नें शराब पी रखी हो और ऐसे में उसे ऑफलोक्सासिन का सेवन करना हो तो क्या राय है?
उत्तर: अब तक तो शराब के साथ ऑफलोक्सासिन लेने के दुष्परिणामों के बारे में कोई स्पष्टता नहीं है। इसलिए इसे लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें। और बेहतर विकल्प तो यही होगा की अगर आप ऑफलोक्सासिन या किसी भी अन्य तरह के दवा का सेवन करते हैं तो मादक पदार्थों के सेवन से परहेज करें।
प्रशन: क्या ऑफलोक्सासिन के सेवन करते वक़्त हमें किसी भी विशेष खाद्य पदार्थ के सेवन का परहेज करना चाहिए?
उत्तर: ऑफलोक्सासिन के सेवन करने के दौरान बेहतर तो यही होगा की हम डेयरी के प्रोडक्ट जैसे की दूध, दही के सेवन से परहेज करें क्योंकि कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ इस दवा के absorption को प्रभावित कर सकते हैं। इसके अलावा ऑफलोक्सासिन के सेवन के दौरान हमें अल्फाल्फा,मोटी सौंफ़, ब्लूबेरी, अंगूर के बीज, हरी चाय, हल्दी, मेंथी, लहसुन, अदरक इत्यादि के सेवन से भी परहेज करना चाहिए।
प्रशन: क्या प्रेग्नेंसी के दौरान ऑफलोक्सासिन का सेवन कर सकते हैं?
उत्तर: अगर आप प्रेग्नेंट हैं या प्रेग्नेंसी की प्लानिंग कर रही हैं तो इस विषय पर अपने डॉक्टर से चर्चा करें क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान इस दवा को बड़े ही सेफ्टी के साथ इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि इससे भ्रूण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
आज हमने आपको इस आर्टिकल के जरिए ओफ़्लॉक्सासिन दवा के बारे में पूरी जानकारी दी यदि आप इस जानकारी को पढ़कर संतुष्ट है तो कृपया इस आर्टिकल को अपने मित्रों व जरूरतमंदों के साथ भी शेयर करें धन्यवाद
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