Ranitidine (रैनिटिडिन टेबलेट) Tablet Uses in Hindi उपयोग, फायदे व् साइड इफेक्ट्स
Tablet of Contents
- 1 रेनिटिडाइन टेबलेट क्या है (Ranitidine Tablet in Hindi)
- 2 रेनिटिडाइन टेबलेट्स प्रयोग करने का तरीका (How to use Ranitidine Tablets In Hindi)
- 3 रेनिटिडाइन टेबलेट्स के उपयोग (Uses of Ranitidine Tablets in Hindi)
- 4 रेनिटिडाइन टेबलेट्स के फायदे (Benefits of Ranitidine Tablets In Hindi)
- 5 रेनिटिडाइन टेबलेट के नुकसान और साइड-इफेक्ट्स (Side-effects of Ranitidine Tablets In Hindi)
- 6 रेनिटिडाइन टेबलेट्स कैसे काम करती है (Function of Ranitidine Tablets In Hindi)
- 7 रेनिटिडाइन टेबलेट्स के इस्तेमाल से जुड़ी कुछ खास बातें (Important facts related to Ranitidine Tablets In Hindi)
- 8 निष्कर्ष (Conclusion)
रेनिटिडाइन or रेनिटीडीन टेबलेट क्या है, रेनिटिडाइन टेबलेट्स के उपयोग, फायदे, नुकसान, प्रयोग करने का तरीका (know about Ranitidine tablets, uses, benefits, how to use, dosage etc.)
रेनिटिडाइन टेबलेट क्या है (Ranitidine Tablet in Hindi)
रेनिटिडाइन टेबलेट हिस्टामाइन (एच-2) रिसेप्टर्स ब्लॉकर दवाओं की कैटेगरी में आती है। रेनिटिडाइन टेबलेट्स डॉक्टर के पर्चे पर मिलने वाली ‘शेड्यूल-एच’ के अंतर्गत आने वाली दवा है।
रेनिटीडीन टेबलेट्स मुख्य रूप से पेट में निकलने वाले एसिड की मात्रा को कम करके अपना असर दिखाती है।
इसलिये रेनिटिडाइन टेबलेट का प्रयोग खास तौर से गैस्ट्रो-इसोफेजियल रिफ्लेक्स डिसीज़ (Gastro-esophageal reflex dieses), जोलिंगर-एलिसन सिंड्रोम (jolinger-alison syndrome), और ऊपरी जीआई ब्लीडिंग अल्सर जैसी समस्याओं के इलाज में किया जाता है।
इसके साथ ही रेनिटिडाइन टेबलेट्स का इस्तेमाल सौम्य गैस्ट्रिक अल्सर व सक्रिय ग्रहणी अल्सर, प्रोफिलैक्सिस, रिकरिंग पोस्ट ऑपरेटिव अल्सर, सर्जरी के बाद एसइड-एस्पइरएशन न्यूमोनाइटिस की रोकथाम और तनाव प्रेरित अल्सर के इलाज में भी किया जाता है।
आइए यह भी जानते हैं:- Metronidazole Tablet Uses in Hindi
रेनिटिडाइन टेबलेट्स प्रयोग करने का तरीका (How to use Ranitidine Tablets In Hindi)
Let us discuss all about how to use the ranitidine tablet in hindi below:-
- रेनिटिडाइन टेबलेट्स (Ranitidine Tablet) का इस्तेमाल करने से पहले हमें कुछ जरूरी बातें ख्याल में रखनी चाहिये। रेनिटिडाइन टेबलेट्स को साबुत पानी से निगल लिया जाता है।
- रेनिटिडाइन टेबलेट को लेने से पहले उसे तोड़ने, पीसने अथवा चबाने की जरूरत नहीं होती। रेनिटिडाइन टेबलेट्स के उपयोग से पूरा लाभ पाने के लिये इसे डॉक्टर के निर्देशानुसार नियमित रूप से लें।
- और अगर आप इस दौरान कोई अन्य ‘एंटासिड’ भी ले रहे हैं, तो रेनिटिडाइन टेबलेट्स के सेवन से उसका अंतराल एक घंटे से ऊपर रखें।
- रेनिटिडाइन टेबलेट्स (Ranitidine Tablet) की खुराक में अपनी ओर से कोई परिवर्तन न करें। रेनिटिडाइन टेबलेट का ओवरडोज़ हो जाने पर आपको उल्टी, तेज सांसें, किडनी फेलियर, मांसपेशियों में कंपकंपी, सेंट्रल नर्वस सिस्टम संबंधी डिप्रेशन आदि दुष्प्रभाव नज़र आ सकते हैं।
- ध्यान रखें कि अगर छः से आठ हफ्ते में आपको अल्सर या एसीडिटी जैसी समस्या में रेनिटिडाइन टेबलेट्स लेने से कोई लाभ नहीं दिखता, तो अक्सर ‘डोज़’ की बजाय दवा ही बदलनी पड़ती है। इसलिये रेनिटिडाइन टेबलेट्स का सेवन डॉक्टर के बताये अनुसार ही करें।
- लिवर व किडनी की समस्या होने पर रेनिटिडाइन टेबलेट्स का इस्तेमाल बहुत सोच-समझकर और डॉक्टर से परामर्श करने के बाद ही शुरू करना चाहिये।
- खासतौर से अगर आपको ‘पोर्फिरीरिया’ जैसी कोई समस्या रही हो तो रेनिटिडाइन के प्रयोग से बचना चाहिये। इसके अलावा बारह वर्ष तक के बच्चों को भी रेनिटिडाइन टेबलेट देने की मनाही है।
- हालांकि गर्भवती महिलाओं पर इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं देखा गया है, लेकिन स्तनपान कराने वाली महिलाओं को रेनिटिडाइन टेबलेट का सेवन डॉक्टर से पूछकर ही शुरू करना चाहिये।
- आपको बता दें कि रेनिटिडाइन टेबलेट्स का लंबे समय तक सेवन करने से शरीर में विटामिन बी-12 की कमी आ जाती है।
- इसके अतिरिक्त रेनिटिडाइन के ज्यादा इस्तेमाल से आपको निमोनिया भी हो सकता है।
- रेनिटिडाइन टेबलेट्स (Ranitidine Tablet) का उपयोग करने से पहले सुनिश्चित करें कि इसमें मौजूद किसी घटक से आपको एलर्जी तो नहीं है!
- इसीलिए बेहतर है कि रेनिटिडाइन टेबलेट्स का प्रयोग करने से पहले डॉक्टर से सभी जरूरी जानकारियां प्राप्त कर ली जाए।
रेनिटिडिन के साथ-साथ इस दवा के बारे में भी जाने:- Levocetirizine tablet uses in hindi
रेनिटिडाइन टेबलेट्स के उपयोग (Uses of Ranitidine Tablets in Hindi)
आज का यह लेख आपको रेनिटिडाइन टैबलेट के इस्तेमाल और लाभ के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करने जा रहा है। चलिए शुरू करते है आज का यह लेख।
रेनिटिडाइन टेबलेट्स का उपयोग इन स्थितियों में किया जाता है –
- गैस्ट्रिक अल्सर (Gastric Ulcer),
- डुओडनल अल्सर (Duodenal Ulcer),
- गैस्ट्रो-इसोफेजियल रिफ्लेक्स डिसीज़ (Gastro-esophageal reflex dieses),
- इरोसिव एसोफैगिटिस (Erosive Esophagitis),
- जोलिंगर-एलिसन सिंड्रोम (Zollinger-Ellison syndrome),
- हाइपर सेक्रेटरी कंडीशन (Hyper-secretory condition),
- अन्य तरीके के अल्सर (Other forms of Ulcer)
किसी भी दवा के उपयोग और इस्तेमाल के बारे में पता होना बहुत ही जरूरी होता है। जिससे कि आप उनका सही वक्त पर इस्तेमाल कर सके।
- इस दवा का उपयोग गैस्ट्रिक अल्सर के इलाज के लिए किया जाता है।
- ज़ोलिंगर-एलिसन सिंड्रोम के इलाज के लिए इस दवा का उपयोग लाभकारी साबित होता है।
- डुओडनल अल्सर के इलाज के लिए इस दवाई का उपयोग किया जाता है।
- इस दवा का उपयोग मुंह की बदबू को दूर करने के लिए भी किया जा सकता है।
- गर्भावस्था के दौरान होने वाले पेट दर्द में भी इस दवाई का इस्तेमाल किया जाता है।
- हर्निया के इलाज के लिए भी यह दवाई फायदेमंद साबित होती है।
- गले में जलन के लिए इस दवाई का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- पेट के रोगी को भी दवा का सेवन करने से फायदा मिलता है।
- यदि किसी व्यक्ति को एसिडिटी हुई है तो वह इस दवा का सेवन कर सकता है।
- सीने में जलन होने पर भी यह दवा फायदेमंद साबित होती है।
- गर्ड के इलाज के लिए भी यह दवा उपयोगी होती है।
- लेरिन्जाइटिस का उपचार भी इस दवा के द्वारा किया जा सकता है।
- पाचन तंत्र से संबंधित किसी भी रोग के लिए आप इस दवा को ले सकते हैं।
- अक्सर महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान पेट में अल्सर हो जाता है ऐसी स्थिति में भी वह इस दवा को ले सकती है।
- खट्टी डकारें आने पर भी इस दवाई को लिया जा सकता है।
- पेट के रोगी भी इस दवाई को ले सकते है।
- प्रेग्नेंट महिलाएं एसिडिटी होने पर इस दवा को ले सकती है।
रेनिटिडिन के प्रयोग (हिंदी में) के साथ-साथ यह भी जाने:- zerodol sp tablet uses in hindi
रेनिटिडाइन टेबलेट्स के फायदे (Benefits of Ranitidine Tablets In Hindi)
जैसा कि हम जानते हैं रेनिटिडाइन टेबलेट पेट में निकलने वाले एसिड का उत्पादन कम करके अपना असर दिखाती है। यानी रेनिटिडाइन टेबलेट पेट में एसिडिटी की दिक्कत वालों के लिए एक बेहद कारगर दवा है।
इस ‘स्टॅमच-एसिड’ के ज्यादा मात्रा में निकलने से पेट में अल्सर की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है; पर रेनिटिडाइन दवा के प्रयोग से यह ‘रिस्क’ ख़त्म हो जाता है।
इसके अलावा आप यहां पर albendazole tablet uses in hindi में विभिन्न प्रकार की आवश्यक जानकारी का अध्ययन कर सकते हैं और इस दवा के उपयोग से पेट में होने वाले कीड़ों की समस्या से पूरी तरह छुटकारा पा सकते हैं।
रेनिटिडाइन टेबलेट के नुकसान और साइड-इफेक्ट्स (Side-effects of Ranitidine Tablets In Hindi)
रेनिटिडाइन टेबलेट्स का सेवन करते समय हमें डॉक्टरी सलाह का पूरा ध्यान रखना चाहिये। अन्यथा गलत तरीके से रेनिटिडाइन टेबलेट्स का इस्तेमाल करने पर आपको इसके दुष्प्रभाव भी झेलने पड़ते हैं। और तब रेनिटिडाइन टेबलेट के सेवन से आपको फायदे की बजाय नुकसान होता है।
रेनिटिडाइन टेबलेट्स के दुरुपयोग से होने वाले दुष्प्रभावों के रूप में आपको ये लक्षण नजर आ सकते हैं –
- सिरदर्द (headache),
- डायरिया (Diarrhea),
- जी मिचलाना और उल्टी आना (nausea and vomiting),
- सुस्ती (dizziness),
- मानसिक भ्रम की स्थिति (mental confusion),
- सांस चलने में दिक्कत (breathing problem),
- गाइनेकोमैस्टिया (Gynecomastia),
- अर्थ्रालजिया(Arthralgia),
- रैशेज़ (rashes),
- बुखार (fever).
अभी हमने रेनिटिडाइन के साइड इफेक्ट और नुकसान के बारे में जाना । हम यहां पर क्लिक करके ओमी डी टेबलेट के उपयोग हिंदी में जान सकते हैं।
रेनिटिडाइन टेबलेट्स कैसे काम करती है (Function of Ranitidine Tablets In Hindi)
रेनिटिडाइन टेबलेट ‘गैस्ट्रिक पार्श्विका की कोशिकाओं’ में मौजूद खास एच-2 हिस्टामाइन रिसेप्टर्स को अवरूद्ध करती है। जिससे गैस्ट्रिक एसिड का बनना कम हो जाता है, और हमें एसीडिटी या अल्सर जैसी तकलीफ़ों में आराम मिलता है।
बता दें कि रेनिटिडाइन टेबलेट्स हिस्टामाइन के एच-1 प्रकार पर अपना कोई असर नहीं दिखाती, जो एलर्जी या संक्रमण के कारक तत्व होते हैं। यही वजह है कि रेनिटिडाइन दवा से इन समस्याओं में कोई लाभ नहीं मिलता।
इसके साथ-साथ आप यहां पर methylcobalamin uses in hindi में विस्तार पूर्वक पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं।
रेनिटिडाइन टेबलेट्स (Ranitidine Tablet) का इस्तेमाल एसिडिटी या अल्सर जैसी परेशानियों में खुद से नहीं शुरू करना चाहिये, बल्कि इसके लिये पहले किसी डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लेना चाहिये।
ध्यान दें: Drotin tablet uses in hindi
रेनिटिडाइन टेबलेट का सेवन करने से पहले हमें कुछ बातें ख्याल में रख लेनी जरूरी हैं। जैसे –
- रेनिटिडाइन टेबलेट्स का प्रयोग करने के लगभग एक घंटे बाद इसका पूरा असर दिखने लगता है, जो छः से आठ घंटे तक बरकरार रहता है।
- रेनिटिडाइन टेबलेट का सेवन करने के बाद ऐसा कोई प्रभाव नहीं पड़ता कि आप वाहन न चला सकें, अथवा कोई अन्य महत्वपूर्ण कार्य न कर सकें।
- लिवर और किडनी के रोगियों को, अथवा गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को रेनिटिडाइन टेबलेट्स (Ranitidine Tablet) का इस्तेमाल तभी करना चाहिये जब डॉक्टर इसे ‘प्रेसक्राइब’ करें।
- इसी तरह बारह साल तक के बच्चों को भी रेनिटिडाइन टेबलेट देना ठीक नहीं। वास्तव में ऐसे मामलों में हमें डॉक्टर से परामर्श करते हुए फायदे और नुकसान के ‘रेशिओ’ को देखकर फैसला लेना चाहिये।
- शराब के साथ लेने पर रेनिटिडाइन टेबलेट बुरा प्रभाव दिखाती है। इसलिये शराब के साथ रेनिटिडाइन टेबलेट्स का सेवन करना मना है।
आप यहां पर इन सभी दवाइयां के बारे में उच्चतम स्तर की जानकारियां हासिल कर सकते हैं।
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निष्कर्ष (Conclusion)
हमने इस लेख में आपको जो भी जानकारी प्रदान की है उसे किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह ना माना जाए। क्योंकि हम ना तो डॉक्टर है ना ही दवाइयां के बारे में अधिक जानकारी रखते है।
हमने इस लेख को विभिन्न स्रोतों से जानकारी इकट्ठा करने के बाद ही लिखा है और हमारा इस लेख को लिखने का उद्देश्य है इस दवाई के बारे में सामान्य जानकारी को आप तक पहुंचाना है।
अब तक हुई चर्चा में हमने देखा कि रेनिटिडाइन टेबलेट्स कितने काम की है। इसके साथ ही हमने रेनिटिडाइन टेबलेट के उपयोग, फायदे, नुकसान व इस दवा को प्रयोग करने के तरीके के बारे में जरूरी जानकारी भी हासिल की।
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